preloader

Pujan

मुनि श्री 108 प्रमाणसागर जी महाराज पूजन

  About Me
author
Rosalina D.Willaimson

हे वीतराग आगमज्ञानी, श्री मुनिवर को मेरा प्रणाम।

भावी भगवन हैं आप, गुरु ने नाम दिया सागर प्रमाण

मुनिराज आपके वंदन से उट में निर्मलता आती है।

भव-भव के पातक कटते हैं, पुण्यावलि शीश झुकाती है।

कुछ आश नहीं भव-भोगों की, बस भगवन बनने आया हूँ।

ॐ ह्रीं श्री प्रमाणसागर मुनिन्द्र अत्र अवतर अवतर संवोषट आव्हाननं । हे वीतराग आगमज्ञानी,

श्री मुनिवर को मेरा प्रणाम।